पास जब तक वो रहे दर्द थमा रहता है By Sher << समुंदर के किनारे एक बस्ती... 'नसीर' अब हम को क... >> पास जब तक वो रहे दर्द थमा रहता है फैलता जाता है फिर आँख के काजल की तरह Share on: