पहन लो ऐ बुतो ज़ुन्नार-ए-तस्बीह-ए-सुलैमानी By Sher << पहुँचाया ता-ब-काबा-ए-मक़्... न पोंछो मेरे आँसू तुम न प... >> पहन लो ऐ बुतो ज़ुन्नार-ए-तस्बीह-ए-सुलैमानी रखो राज़ी इसी पर्दे में हर शैख़-ओ-बरहमन को Share on: