पहले ग़म-ए-फ़ुर्क़त के ये तेवर तो नहीं थे By Sher << वो वक़्त आएगा जब ख़ुद तुम... न सिकंदर है न दारा है न क... >> पहले ग़म-ए-फ़ुर्क़त के ये तेवर तो नहीं थे रग रग में उतरती हुई तन्हाई तो अब है Share on: