पैग़ाम-ए-हयात-ए-जावेदाँ था By Sher << फिर और तग़ाफ़ुल का सबब क्... नहीं आती तो याद उन की मही... >> पैग़ाम-ए-हयात-ए-जावेदाँ था हर नग़्मा-ए-कृष्ण बाँसुरी का Share on: