पलकें नहीं छोड़तीं कि इक दम By Sher << पान खाने की अदा ये है तो ... पैवस्ता गर्द-ए-दश्त रही ग... >> पलकें नहीं छोड़तीं कि इक दम आँखों से तिरी निगाह निकले Share on: