पामालियों का ज़ीना है अर्श से भी ऊँचा By Sher << अब जिस दिल-ए-ख़्वाबीदा की... मय-कदे में इश्क़ के कुछ स... >> पामालियों का ज़ीना है अर्श से भी ऊँचा दिल उस की राह में है क्या सरफ़राज़ मेरा Share on: