पर्दा है इक बक़ा का राज़-ए-फ़ना न पूछो By Sher << वो छुपना तिरा पर्दा-ए-रंग... मिरा आना जहाँ में मुनहसिर... >> पर्दा है इक बक़ा का राज़-ए-फ़ना न पूछो मर कर भी साथ हम से छूटा न ज़िंदगी का Share on: