पता नहीं कि जुदा हो के कैसे ज़िंदा हैं By Sher << ज़िंदगी क्या हुए वो अपने ... पूछी जो उस से मैं दिल-ए-स... >> पता नहीं कि जुदा हो के कैसे ज़िंदा हैं हमारा उस का तअ'ल्लुक़ तो जिस्म-ओ-जान का था Share on: