पत्थर के जिगर वालो ग़म में वो रवानी है By Sher << सिलसिला गबरू मुसलमाँ की अ... ज़मीर-ए-लाला मय-ए-लाल से ... >> पत्थर के जिगर वालो ग़म में वो रवानी है ख़ुद राह बना लेगा बहता हुआ पानी है Share on: