पूछ उस शख़्स से मैं जिस को नहीं मिल पाया By Sher << नींद मत ढूँड मेरी आँखों म... गुलशन-ए-दहर से ख़ुशबू की ... >> पूछ उस शख़्स से मैं जिस को नहीं मिल पाया मैं तुझे जितना मयस्सर हूँ तिरी क़िस्मत है Share on: