पूछा है हाल-ए-ज़ार तो सुन लो ख़ता-मुआफ़ By Sher << नहीं हूँ मैं तो तिरी बंदग... जिस दिन मय-ए-अलस्त की मौज... >> पूछा है हाल-ए-ज़ार तो सुन लो ख़ता-मुआफ़ कुछ बात मेरे होंटों में है कुछ ज़बान में Share on: