पुराना ज़हर नए नाम से मिला है मुझे By Sher << रौशनी भी नहीं हवा भी नहीं पत्थर में कौन जोंक लगाएगा... >> पुराना ज़हर नए नाम से मिला है मुझे वो आस्तीन नहीं केंचुली बदल रहा था Share on: