पुराने यार भी आपस में अब नहीं मिलते By Sher << जो जान छिड़कते थे वही कहत... किसी को साया किसी को गुल-... >> पुराने यार भी आपस में अब नहीं मिलते न जाने कौन कहाँ दिल लगा के बैठ गया Share on: