रात मेरे फ़ुग़ाँ-ओ-नाले से By Sher << होश उड़ जाएँगे ऐ ज़ुल्फ़-... वो मिरी सुब्हों का तारा व... >> रात मेरे फ़ुग़ाँ-ओ-नाले से सारी बस्ती न नींद भर सोई Share on: