रफ़ाक़तों का तवाज़ुन अगर बिगड़ जाए By Sher << उस की बेचैनी बढ़ाना चाहती... ग़ुबार-ए-वक़्त में अब किस... >> रफ़ाक़तों का तवाज़ुन अगर बिगड़ जाए ख़मोशियों के तआवुन से घर चला लेना Share on: