रफ़्ता रफ़्ता सब तस्वीरें धुँदली होने लगती हैं By Sher << रगों में ज़हर-ए-ख़ामोशी उ... रात मेरी आँखों में कुछ अज... >> रफ़्ता रफ़्ता सब तस्वीरें धुँदली होने लगती हैं कितने चेहरे एक पुराने एल्बम में मर जाते हैं Share on: