राह में मिलिए कभी मुझ से तो अज़-राह-ए-सितम By Sher << रौशन जमाल-ए-यार से है अंज... रात दिन नामा-ओ-पैग़ाम कहा... >> राह में मिलिए कभी मुझ से तो अज़-राह-ए-सितम होंट अपना काट कर फ़ौरन जुदा हो जाइए Share on: