राहत-ओ-ऐश ओ तरब सब हैं तुम्हारे दम से By Sher << निकलना ख़ुल्द से आदम का स... जागा है रात प्यारे तू किस... >> राहत-ओ-ऐश ओ तरब सब हैं तुम्हारे दम से तुम मिरे घर में न आओ तो न आए कोई Share on: