दिल से मत सरसरी गुज़र कि 'रईस' By Sher << मुझ को क्या क्या न दुख मि... समुंदर है कोई आँखों में श... >> दिल से मत सरसरी गुज़र कि 'रईस' ये ज़मीं आसमाँ से आती है Share on: