रख के मुँह सो गए हम आतिशीं रुख़्सारों पर By Sher << रंग चेहरे का ज़ा'फ़रा... रहता है मय-ख़ाने ही के आस... >> रख के मुँह सो गए हम आतिशीं रुख़्सारों पर दिल को था चैन तो नींद आ गई अँगारों पर Share on: