रंगीनी-ए-हयात बढ़ाने के वास्ते By Sher << रास आ जातीं हमें भी ईद की... रंग-ए-महफ़िल देखने को होश... >> रंगीनी-ए-हयात बढ़ाने के वास्ते पड़ती है हादसों की ज़रूरत कभी कभी Share on: