रास्ते शहर के सब बंद हुए हैं तुम पर By Sher << उस के शर से मैं सदा माँगत... वक़्त का ये मोड़ कैसा है ... >> रास्ते शहर के सब बंद हुए हैं तुम पर घर से निकलोगे तो 'मख़मूर' किधर जाओगे Share on: