रेत पर जलते हुए देख सराबों के चराग़ By Sher << रिश्ते नाते टूटे फूटे लगे... पानी ने जिसे धूप की मिट्ट... >> रेत पर जलते हुए देख सराबों के चराग़ अपने बिखराव में वो और सँवर जाता है Share on: