रिश्तों को जब धूप दिखाई जाती है By Sher << ज़र्रे ज़र्रे में बिखर जा... कुछ न होते होते इक दिन ये... >> रिश्तों को जब धूप दिखाई जाती है सिगरेट से सिगरेट सुलगाई जाती है Share on: