क्या मज़ा देती है बिजली की चमक मुझ को 'रियाज़' By Sher << हौसला है तो सफ़ीनों के अल... वो सुब्ह-ए-ईद का मंज़र ति... >> क्या मज़ा देती है बिजली की चमक मुझ को 'रियाज़' मुझ से लिपटे हैं मिरे नाम से डरने वाले Share on: