रूह का लम्बा सफ़र है एक भी इंसाँ का क़ुर्ब By Sher << सच तो ये कि अभी दिल को सु... पयम्बरों ने कहा था कि झूट... >> रूह का लम्बा सफ़र है एक भी इंसाँ का क़ुर्ब मैं चला बरसों तो उन तक जिस्म का साया गया Share on: