साल, पर साल, और फिर इस साल By Sher << बिखरते टूटते लम्हों में ऐ... बर्ग-ए-गुल आ मैं तेरे बोस... >> साल, पर साल, और फिर इस साल मुंतज़िर हम थे मुंतज़िर हम हैं Share on: