सात आसमाँ की सैर है पर्दों में आँख के By Sher << क्या इसी वास्ते सींचा था ... दबाना शर्त है बजते हैं सा... >> सात आसमाँ की सैर है पर्दों में आँख के आँखें खुलीं तो तुर्फ़ा तमाशा नज़र पड़ा Share on: