सब को पहुँचा के उन की मंज़िल पर By मंज़िल, Sher << साए को साए में गुम होते त... मिरा ख़त उस ने पढ़ा पढ़ क... >> सब को पहुँचा के उन की मंज़िल पर आप रस्ते में रह गया हूँ मैं Share on: