साफ़ देखा है कि ग़ुंचों ने लहू थूका है By Sher << रोएँगे देख कर सब बिस्तर क... बस एक लम्हे में क्या कुछ ... >> साफ़ देखा है कि ग़ुंचों ने लहू थूका है मौसम-ए-गुल में इलाही कोई दिल-गीर न हो Share on: