अयाँ 'अलीम' से है जिस्म-ओ-जान का इल्हाक़ By Sher << जो लोग मौत को ज़ालिम क़रा... ऐ चमन वालो चमन में यूँ गु... >> अयाँ 'अलीम' से है जिस्म-ओ-जान का इल्हाक़ मकीं मकाँ में न होता तो ला-मकाँ होता Share on: