सैर की हम ने जो कल महफ़िल-ए-ख़ामोशाँ की By Sher << शब वही लेकिन सितारा और है फ़रियाद ऐ तसव्वुर-ए-अबरू-... >> सैर की हम ने जो कल महफ़िल-ए-ख़ामोशाँ की न तो बेगाना ही बोला न पुकारा अपना Share on: