कअ'बे में सख़्त-कलामी सुन ली By Sher << मुझ से तो दिल भी मोहब्बत ... नींद को ढूँड के लाने की द... >> कअ'बे में सख़्त-कलामी सुन ली बुत-कदे में न कभी आइएगा Share on: