समेट लाता हूँ मोती तुम्हारी यादों के By Sher << कुछ यूँ लगता है तिरे साथ ... किसी को साल-ए-नौ की क्या ... >> समेट लाता हूँ मोती तुम्हारी यादों के जो ख़ल्वतों के समुंदर में डूबता हूँ मैं Share on: