समझते हैं शेरों को भी नर्म चारा By Sher << शैख़ और बरहमन में अगर लाग... सैर-ए-वरूद-ए-क़ाफ़िला-ए-न... >> समझते हैं शेरों को भी नर्म चारा ग़ज़ालान-ए-शहरी से होश्यार रहना Share on: