संग को आब करें पल में हमारी बातें By Sher << शैख़-जी आया न मस्जिद में ... सैर उस कूचे की करता हूँ क... >> संग को आब करें पल में हमारी बातें लेकिन अफ़्सोस यही है कि कहाँ सुनते हो Share on: