साँसों की जल-तरंग पर नग़्मा-ए-इश्क़ गाए जा By Sher << ज़रा सी बात नहीं है किसी ... कह दिया तू ने जो मासूम तो... >> साँसों की जल-तरंग पर नग़्मा-ए-इश्क़ गाए जा ऐ मिरी जान-ए-आरज़ू तू यूँही मुस्कुराए जा Share on: