सर के नीचे ईंट रख कर उम्र भर सोया है तू By Sher << कैसे हों ख़्वाब आँख में क... दीवाना-वार दौड़ के कोई लि... >> सर के नीचे ईंट रख कर उम्र भर सोया है तू आख़िरी बिस्तर भी 'आमिर' तेरा फ़र्श-ए-ख़ाक था Share on: