सर्द जज़्बे बुझे बुझे चेहरे By Sher << ग़म-ए-ज़माना ने मजबूर कर ... फ़ुर्क़त की रात वस्ल की श... >> सर्द जज़्बे बुझे बुझे चेहरे जिस्म ज़िंदा हैं मर गए चेहरे Share on: