सताया आज मुनासिब जगह पे बारिश ने By Sher << मैं रोज़ इधर से गुज़रता ह... कोई नहीं है ऐसा कि अपना क... >> सताया आज मुनासिब जगह पे बारिश ने इसी बहाने ठहर जाएँ उस का घर है यहाँ Share on: