सौ सौ हैं इल्तिफ़ात तग़ाफ़ुल में यार के By Sher << ख़ूब थी अब मगर बदल सी गई मैं ख़ुद को सामने तेरे बि... >> सौ सौ हैं इल्तिफ़ात तग़ाफ़ुल में यार के बेगानगी से उस की कोई आश्ना नहीं Share on: