सौ तह से नुमूदार हो उभरा हुआ जौबन By Sher << रात पी ज़मज़म पे मय और सु... जो मिला उस ने बेवफ़ाई की >> सौ तह से नुमूदार हो उभरा हुआ जौबन ये दिल नहीं जिस को कोई आँचल में छुपा ले Share on: