साये से अपने वहशत करते हैं मिस्ल-ए-आहू By Sher << शराब ओ साक़ी-ए-मह-रू जो स... सब ने लूटे उन के जल्वे के... >> साये से अपने वहशत करते हैं मिस्ल-ए-आहू मुश्किल है हाथ लगना अज़-ख़ुद रमीदगाँ का Share on: