शब-हाए-ऐश का वो ज़माना किधर गया By Sher << इतरा के आईना में चिढ़ाते ... हर मुल्क इस के आगे झुकता ... >> शब-हाए-ऐश का वो ज़माना किधर गया वो ख़्वाब क्या हुआ वो फ़साना किधर गया Share on: