शबनमी आँखों के जुगनू काँपते होंटों के फूल By Sher << किस तरह आए हैं इस पहली मु... साए गली में जागते रहते है... >> शबनमी आँखों के जुगनू काँपते होंटों के फूल एक लम्हा था जो 'अमजद' आज तक गुज़रा नहीं Share on: