निशान-ए-'मीर' है हम से जो हम मिटे ऐ 'शाद' By Sher << किस से करूँ मैं अपनी तबाह... न आया हमें इश्क़ करना न आ... >> निशान-ए-'मीर' है हम से जो हम मिटे ऐ 'शाद' ये जान रेख़्ता-गोई गई ज़माने से Share on: