शहद-ओ-शकर से शीरीं उर्दू ज़बाँ हमारी By Sher << सोच लो कल कहीं आँसू न बहा... मेरी पहचान बताने का सवाल ... >> शहद-ओ-शकर से शीरीं उर्दू ज़बाँ हमारी होती है जिस के बोले मीठी ज़बाँ हमारी Share on: