शहर में आ कर पढ़ने वाले भूल गए By Sher << अपनी रुस्वाइयाँ मुझे मंज़... अब तक इसी मुअम्मे में उलझ... >> शहर में आ कर पढ़ने वाले भूल गए किस की माँ ने कितना ज़ेवर बेचा था Share on: