शहर में जुर्म-ओ-हवादिस इस क़दर हैं आज-कल By Sher << सोचता हूँ तो और बढ़ती है पास से देखा तो जाना किस क... >> शहर में जुर्म-ओ-हवादिस इस क़दर हैं आज-कल अब तो घर में बैठ कर भी लोग घबराने लगे Share on: