शैख़-उल-हरम मोअज़्ज़िन दोनों चलन के बद हैं By Sher << शायद कि किसी और से था वस्... शैख़ मग़रूर है इस्लाम पे ... >> शैख़-उल-हरम मोअज़्ज़िन दोनों चलन के बद हैं ये सुब्ह-ख़ेज़िया तो वो है अठाई-गीरा Share on: